
क्लाइमैक्स तक पहुंचने में दिक्कत? जानिए देरी से वीर्यपात (Delayed Ejaculation) और इसके प्राकृतिक उपचार
देरी से वीर्यपात (Delayed Ejaculation) क्या है?
जब पुरुष यौन क्रिया के दौरान बहुत अधिक समय लेने लगते हैं या बिल्कुल क्लाइमैक्स तक नहीं पहुंच पाते, तो इस स्थिति को Delayed Ejaculation कहा जाता है। यह समस्या न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक तनाव भी पैदा कर सकती है और रिश्तों को प्रभावित कर सकती है।
देरी से वीर्यपात के सामान्य लक्षण
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संभोग के दौरान बहुत देर तक वीर्य न निकलना
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उत्तेजना के बावजूद क्लाइमैक्स तक न पहुंच पाना
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हस्तमैथुन में वीर्यपात हो जाना लेकिन सेक्स के दौरान नहीं
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सेक्स के समय थकावट या निराशा महसूस करना
देरी से वीर्यपात के कारण
🧠 मानसिक कारण:
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परफॉर्मेंस एंग्जायटी
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डिप्रेशन या स्ट्रेस
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पार्टनर से भावनात्मक दूरी
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बचपन के यौन ट्रॉमा
💊 शारीरिक या मेडिकल कारण:
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मधुमेह (Diabetes)
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हॉर्मोनल असंतुलन
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कुछ दवाइयों का साइड इफेक्ट (जैसे – एंटीडिप्रेसेंट)
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शराब या नशे की लत
देरी से वीर्यपात के लिए प्राकृतिक और आयुर्वेदिक समाधान
🌿 1. आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ
✅ अश्वगंधा
तनाव कम करता है और वीर्य की गुणवत्ता में सुधार लाता है।
✅ शतावरी
यौन उत्तेजना और स्टैमिना बढ़ाती है।
✅ कौंच बीज
वीर्य की मात्रा और गुणवत्ता दोनों बढ़ाता है।
✅ शिलाजीत
हार्मोन बैलेंस करता है और यौन ऊर्जा को बढ़ाता है।
🧘♂️ 2. योग और प्राणायाम
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भुजंगासन, वज्रासन और सेतु बंधासन जैसे योगासन यौन स्वास्थ्य में सुधार करते हैं।
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कपालभाति और अनुलोम-विलोम से मानसिक तनाव कम होता है और मन एकाग्र होता है।
🍎 3. संतुलित आहार
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जिंक, विटामिन B12, और ओमेगा-3 फैटी एसिड युक्त खाद्य पदार्थ जैसे – पनीर, अखरोट, बीज, हरी सब्जियाँ
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शक्कर और प्रोसेस्ड फूड से बचें
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गुनगुना दूध + अश्वगंधा पाउडर रात को सोने से पहले लें
💤 4. नींद और तनाव नियंत्रण
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रोज़ाना 7–8 घंटे की गहरी नींद लें
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मानसिक शांति के लिए ध्यान और मेडिटेशन करें
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डिजिटल डिटॉक्स करें – स्क्रीन टाइम कम करें
डॉक्टर से कब सलाह लें?
अगर यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, सेक्स लाइफ या रिश्तों में तनाव बढ़ा रही है, या साथ में अन्य मेडिकल समस्याएं हैं, तो यौन विशेषज्ञ या एंडोक्राइनोलॉजिस्ट से परामर्श ज़रूर लें।
निष्कर्ष
Delayed Ejaculation यानी वीर्यपात में देरी कोई असामान्य स्थिति नहीं है। यह मानसिक और शारीरिक दोनों कारणों से हो सकती है। अच्छी बात यह है कि आप इसे प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपायों से नियंत्रित कर सकते हैं।
सही लाइफस्टाइल, आयुर्वेद और आत्मविश्वास से यह समस्या पूरी तरह ठीक हो सकती है।